आज के हमारे इस post मे हम जानने वाले है की typhoid kaise hota hai या टाइफ़ाइड कैसे ठीक होता है आदि के बारे मे | आज के समय मे ऐसे कई सारे बीमारी आदि होने का खतरा रहता है जिनसे आप चाह कर भी नहीं बच पते है |
ऐसे ही एक बीमारी होती है typhoid नाम की जो अकसर लोगो को होते रहता है | typhoid एक सामान्य तथा घातक बीमारी होती है | घातक इसलिए क्योकि जब यह बीमारी बहुत अधिक बढ़ जाती है तो यह जान लेवा भी हो सकता है |
आज के इस आर्टिक्ल मे हम इसी खतरनाक तथा घातक बीमारी के बारे मे जानने वाले है | हम जानेंगे की इस बीमारी के कारण, लक्षण, निदान आदि के बारे मे | यदि आप नहीं जानते है की typhoid kaise hota hai या टाइफ़ाइड कैसे ठीक होता है |
यदि आप इस बीमारी का समय रहते इलाज नहीं कराते है तो यह आपके पूरे शरीर को झुलसा के रख देता है | आपका शरीर पूरी तरह से कमजोर हो जाता है | typhoid की समस्या को दूर करने के लिए तथा typhoid के बारे मे सभी बाते जानने के लिए आप हमारे आर्टिक्ल को पूरा जरूर पढ़ना |
यदि आप किसी भी जानकारी को आधी अधूरी छोड़ देते है तो आपको यह अच्छे से समझ मे नहीं आता है | typhoid kaise hota hai यदि आपके मन मे यह सवाल आता है तो आप इस पोस्ट पूरा जरूर पढ़ना आपको सभी बाते typhoid से जुड़ी पता लग जाएगी |
typhoid kaise hota hai टाइफ़ाइड क्या है?
typhoid बात करे तो यह एक परका का बुखार ही होता है | परंतु यह एक सामान्य बुखार से बहुत ही अलग और घातक होता है | typhoid को हिन्दी मे आंत्र ज्वर कहा जाता है जिसका मतलब ऐसा बुखार से होता है जो शरीर के अंदर तक अपना प्रभाव डालता है |

टाइफ़ाइड नमक बीमारी बुखार fever का ही बड़ा रूप होता है | जब आपके शरीर मे बुखार बहुत ज्यादा ही तेज हो जाता है और यह अपना प्रभाव आपके शरीर के अंदर तक डालता है तो इसे या ऐसे बुखार को typhoid fever के नाम से जाना जाता है |
typhoid की समस्या तब होती है जब आपके द्वारा खान पान मे सही से ध्याना नहीं दिया जाता है तो | जब आप संक्रमित खाना खाते है या unpurified water या गंदे पानी का सेवन करते है तो यह सभी प्रकार की लपरवाही आपके शरीर मे टाइफ़ाइड जैसे समस्या को आमंत्रण देता है |
ऐसा सभी प्रकार के खद्द पदार्थो मे एक bacteria पाया जाता है जिसे साल्मोनेला Salmonella कहा जाता है | यह एक ऐसा बैक्टीरिया होता है जो की खाने के जरिये आपके आंतों मे चला जाता है | और जैसे से यह बैक्टीरिया आपके शरीर के अंदर परवेश करता है तो यह आपके शरीर मे अनेक प्रकार के समस्या जैसे दस्त होना, सिर दर्द होना आदि आने लगता है | और इस प्रकार typhoid नमक बीमारी आपके शरीर मे अजाता है |

टाइफ़ाइड के सुरवाती दिनों मे आपको इसका पता नहीं चलता है | इसके करीब 2 से 3 दिनों के बाद आपको इसका पता चलता है | यह एक ऐसी बीमारी होती हैं जिसमे आपको बहुत ज्यादा कमजोरी का सामना करना पड़ता है | आपका शरीर पूरी तरह से शक्ति हिन हो जाता है |
जब कभी भी लगे की आपको typhoid जैसी गंभीर बीमारी है तो आप इसके इलाज के लिए तुरंत ही डॉक्टर के पास जाए | ऐसे किसी भी प्रकार के लापरवाही ना बरते जिससे की यह समस्या आपके शरीर को बहुत ज्यादा नुकसान पाहुचाए | typhoid की समस्या अधिकतर बच्चो तथा वयस्कों को प्रभावित करता है |
यह बीमारी फैलने वाली होती है | जब कभी किसिकों typhoid नमक बीमारी होती है तो आप इस बात का जरूर से ध्यान रखे की यह बीमारी आपके वजह से किसी और की फैलना नहीं चाहिए | अपना मुह आदि हमेसा ढका रहना चाहिए जब आपको ऐसा कोई समस्या होता है तो | असा है की आपको समझ मे आरहा होगा की typhoid kaise hota hai |
टाइफ़ाइड का पता कैसे चलता है? टाइफ़ाइड के लक्षण
मेरे भाई लोग सुनो यदि आपको नहीं पता हैं की टाइफ़ाइड का पता कैसे चलता है? या इसका लक्षण क्या होता है तो आप इस बीमारी को कैसे पहचानेंगे | यह बहुत जरूरी हो जाता है की आपको इस बीमारी के लक्षण के बारे मे पता होना चाहिए |
आइए जानते है की typhoid बीमारी का लक्षण क्या होता है इसके बारे मे | टाइफ़ाइड के लक्षण:-
- जब आपको typhoid की समस्या होती है तो ऐसे मे आपका शरीर बहुत गर्म हो कर तपने लगता है और आपके शरीर से बहुत ज्यादा पसीने भी आने लगते हैं |
- बहुत ज्यादा कमजोरी का अहसास होना | जब typhoid होता है तो शरीर पूरी तरह से कमजोर हो जाता है | आपका किसी काम मे मन नहीं लगता है |
- टाइफ़ाइड होने से आपके सिर मे भी बहुत ज्यादा दर्द होने लगता है |
- टाइफ़ाइड होने से आपके शरीर का तापमान 100 डिग्री से ऊपर चला जाता है | लगभग 105 डिग्री के करीब |
- यह समस्या या बीमारी होने पर आपके शरीर के साथ आपका पेट भी बहुत दर्द करने लगता है | शरीर मे जकड़न जैसा महसूस होता हैं |
- typhoid होने पर आपको भूख से जुड़ी समस्या भी आने लगती हैं | आपको ज्यादा भूख नहि लगता है |
- दस्त तथा कब्ज जैसे समस्या भी टाइफ़ाइड होने के एक लक्षण होते है |
- जी मचलना भी टाइफ़ाइड का संकेत होता है | जब आको टाइफ़ाइड होती है तो ऐसा होना स्वभाविक बात होता है |
- कुछ भी खाते ही उल्टी आन या उल्टी होना typhoid के लक्षण होते हैं |
- चक्कर आना भी आम बात होती हैं टाइफ़ाइड होने पर |
टाइफ़ाइड एक गंभीर बीमारी होती है और इस बीमारी को छुपाया नहीं जा सकता है | यह सब थे दोस्तो टाइफ़ाइड के कुछ लक्षण | असा करते हैं की आप समझें होंगे की टाइफ़ाइड का पता कैसे चलता है? तथा आपको हमारा article typhoid kaise hota hai पसंद आरही होगी |
टाइफ़ाइड होने के क्या कारण हो सकते है?
क्या होता है ना की जब हमे किसे भी बीमारी के होने का कारण पता चल जाता है तो हम उस बीमारी को हमारे शरीर मे आने से पहले ही रोक सकते है | जैसा की आप सब जानते हैं की टाइफ़ाइड एक गंभीर बीमारी होती हैं | अतः इसके होने का कारण आपको पता होना चाहिए ऐसे मे ही आप इस बीमारी से बच सकते है |
- किसी ऐसे इंसान के संपर्क मे आना जो पहले से ही इस बीमारी से पीड़ित है | ऐसे मे यह बीमारी होने के संभावनाएं कभी ज्यादा हो जाती है | अतः ऐसे लोगो से 2 गज की दूरी बनाए रखे यह आपके लिए ही अच्छा होगा |
- किसी संक्रमित खाना को जब आप खाते है तो ऐसे मे इसमे पाये जाने वाले बैक्टीरिया जैसे साल्मोनेला आपके पेट के अंदर चले जाते है और आपको typhoid जैसे गंभीर बीमारी का सीकर बना देते है | ऐसे सभी प्रकार के बीमारी से बचने के लिए आपको हमेसा ताजा भोजन ही करना चाहिए |
- गंदा पानी के पीने से भी आपको टाइफ़ाइड जैसे घटक बीमारी हो सकती है | इसका कारण यह हैं की गंदे पानी मे साल्मोनेला जैसे बैक्टीरिया बहुत ज्यादा मात्र मे पाये जाते है | टाइफ़ाइड से दूर रहना हैं तो ऐसे पनि पीने से बचे |
- साफ सफाई की कमी से भी टाइफ़ाइड के होने का खतरा रहता है |
- जब आप ऐसे क्षेत्रों मे ज्यादा सफर करते है जहा यह बीमारी से पीड़ित लोग बहुत पाये जाते है जैसे हॉस्पिटल आदि तो ऐसे मे यह बीमारी का असर आप पर भी दिखाई देने लगता है |
- जब आप ऐसे खाने का सेवन करते है जिसमे कोई उड़ने वाले कीट आदि बैठते है जैसे बाहर का खाना तो इससे बहुत ही ज्यादा संभावना हो जाता है की आपको यह बीमारी हो ही जाए |
तो या कुछ कारण थी जिसके चलते आपको टाइफ़ाइड जैसी गंभीर बीमारी हो सकती है | आसा करते है की आपको हमारा आजा का यह पोस्ट typhoid kaise hota hai समझ मे आ रहा होगा | आइये इसी कड़ी को आगे की ओर ले जाते हुए typhoid kaise hota hai जे जुड़ी और भी बाते जानते है |
टाइफ़ाइड से कौन सा अंग ज्यादा प्रभावित होता है?
अभी तक आप यह तो जान ही गए है की typhoid kaise hota hai या टाइफ़ाइड का पता कैसे चलता है? इसके बारे मे | आइये अब जानते है की टाइफ़ाइड से कौन सा अंग ज्यादा प्रभावित होता है? इसके बारे मे |
दरअसल जब कभी भी किसी भी प्रकार के बीमारी से शरीर प्रभावित होता है तो वह शरीर के किसी न किसी भाग को ज्यादा प्रभाव डालता है | टाइफ़ाइड बीमारी मे भी शरीर का कुछ ऐसे अंग होते है जिसको बहुत ज्यादा प्रभाव पड़ता है |
जब टाइफ़ाइड होती है तो इससे शरीर के आंतों पर बहुत ज्यादा प्रभाव पड़ता है तथा लिवर पर भी इसका प्रभाव पड़ता है | टाइफ़ाइड से शरीर बहुत अंदर से ज्वर से झुलस जाता है | टाइफ़ाइड के बैक्टीरिया साल्मोनेला आपके पेट पर तथा आंतों पर बहुत बुरा प्रभाव डालता है |

जब यह ज्यादा समय तक रह जाती है तो इससे आपको और भी अनेक समस्या आने का खतरा बढ़ जाता है जैसे दस्त , कब्ज सिर दर्द आदि | चुकी इसमे आंत प्रभावित होता है तो इससे आपका पाचन भी खराब हो जाता है और यही कारण होता है की typhoid होने पर खुद आदि नहीं लगता है |
हमारा आंत हमारे लिए कितना जरूरी होता है यह तो आपको पता ही होगा | यह हमारे शरीर के अंदर खाना से ओब्जोर्ब करके पोषक तत्वो को पाहुचने का काम करती है हमारे खून मे | जब यही खराब हो जाएगा तो कमजोरी आदि आना तो तय है | इसलिए इस बीमारी के से बचे तथा इसके बारे मे अधिक से अधिक जानने के लिए हमारे article typhoid kaise hota hai को पूरा जरूर पढे | तो दोस्तो आसा करते है की आपको टाइफ़ाइड से कौन सा अंग ज्यादा प्रभावित होता है? यह बात पता चल गया होगा |
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टाइफ़ाइड का बुखार कितने दिन तक रहता है?
किसी भी बीमारी के आने तथा जाने का अपना समय होता है कई बार इसमे थोड़ा ज्यादा तथा कम समय लग सकता है | कम समय लगने पर ज्यादा खतरा वाली कोई भी बात नहीं होती है | लेकिन जब यह समय बहुत ज्यादा हो जाता है तथा बीमारी शरीर से जाने का नाम ही नहीं लेती है तो ऐसे मे घबराने वाली बात आजाती है |
चुकी टाइफ़ाइड एक घंभीर बीमारी होने के साथ साथ एक से दूसरे मे फैलने वाली बीमारी भी होती हैं ऐसे मे यह बीमारी बहुत अधिक दिनों तक रहती है तो इससे औरों को भी समस्या होने लग जाता है |
टाइफ़ाइड की बीमारी अधिकतम 1 महीने तक रहता है तथा कम से कम यह बीमारी 1 सप्ताह रहता है | जितना ज्यादा दिन यह बीमारी आपके शरीर मे रहता है यह उतना ही ज्यादा नुकसान शरीर को पाहुचते जाता है |
टाइफ़ाइड की समस्या अधिकतम 1 महीने ही रहता है किसी अन्य केस मे हो सकता है की इससे कुछ दिन ज्यादा हो परंतु इससे ज्यादा नहीं रहता है | यदि इसका इलाज सही समय पर करा लिया जाता है तो यह जल्दी ही ठीक हो जाता है | आसा करते है की आपको समझ मे आया होगा कि टाइफ़ाइड का बुखार कितने दिन तक रहता है? | आइये जानते है और भी बाते typhoid kaise hota hai इसके बारे मे |
टाइफ़ाइड कैसे ठीक होता है?
आपने आभि तक typhoid kaise hota hai या टाइफ़ाइड का पता कैसे चलता है? आदि के बारे मे तो जान ही लिया होगा | आइये अब जानते है की टाइफ़ाइड कैसे ठीक होता है? इसके बारे में |
टाइफ़ाइड को ठीक करने के लिए आप निम्न तरीके तथा सुझाव को अपना सकते है | टाइफ़ाइड कैसे ठीक होता है?
टिककरण:-
यदि आप टाइफ़ाइड से बचना चाहते है तो आपको टीका जरूर से लगवाना चाहिए | टिककरण बहुत से बोमरियों से भी बचाने का काम करता है | टिककरण से जुड़ी और भी अधिक जानकारी जानने के लिए अपने डॉक्टर से बात जरूर कर ले |
डॉक्टर से इलाज:-
जब कभी आको टाइफ़ाइड होता है तो आप सीधे डॉक्टर से जा कर अपना इलाज कराये | डॉक्टर द्वारा दिये गए सलाह को आप जरूर से फॉलो करे इससे टाइफ़ाइड की समस्या जल्द ही दूर हो जाएगी | जैसे ही आपको टाइफ़ाइड के लक्षण देखते है आप तुरंत ही डॉक्टर के पास जाए और इसका इलाज कराये |
स्वच्छता का ध्यान:-
अधिकतर बीमारी के आने का कारण गंदगी होता है | जब आपके आस पास बहुत गंदगी होता है तो इससे बीमारी फैलाने वाले बैक्टीरिया को मौका मिल जाता है आपको बीमार करने का | ऐसे मे आप स्वच्छता का ध्यान रखे और typhoid से दूर रहने के लिए अपने आस पास साफ सफाई रखे | टाइफ़ाइड से दूर रहने के लिए आपको अपने हाथो को कुछ भी खाने से पहले अच्छे से धोना चाहिए |
खान पान मे ध्यान:-
टाइफ़ाइड होना का सबसे बड़ा कारण होता हैं संक्रमित खाना का सेवन करना जैसे ऐसे खाने कासेवन जिनसे साल्मोनेला बैक्टीरिया का प्रभाव रहता है | जब कभी आप खाना खाये सही तथा ताजा खाना को ही खाये | टाइफ़ाइड हो जाने पर आपको गरम पाहुचने वाले आहार को नहीं खाना चाहिए | ऐसे मे आपको अधिक से अधिक ठंडे चीजों का ही सेवन करना चाहिए जैसे फल के जूस हरी सब्जी आदि | ऐसे मे टाइफ़ाइड को जल्दी ठीक किया जा सकता है |
योगासन करना:-
यदि आप चाहते है की आप अपने अंदर के बीमारी को बिना किसी भी प्रकार के इलाज या दवाई के मदत से ठीक करना तो इसके लिए आपको योगासन जरूर करना चाहिए | टाइफ़ाइड को दूर करने के लिए आप शीतली प्राणायाम कर सकते है |

यह आसान आपके अंदर के तापमान को कम करने मे बहुत सहायक होता है | इस आसान मे आपको अपने जीभ को बहरा निकाल कर उसे मोड कर सांस को मुह से अंदर लेकर नाक से बाहर छोडना होता है | इस आसान को यदि आप करते है तो आपको जरूर से ही टाइफ़ाइड से छुटकारा मिलेगा |
तो इस प्रकार हमने जाना की किस प्रकार आप टाइफ़ाइड के समस्या को ठीक कर सकते है | आसा करते है की आपको टाइफ़ाइड कैसे ठीक होता है? यह बात समझ मे आया होगा तथा हमारा पोस्ट typhoid kaise hota hai भी आपको पसंद आ रहा होगा |
टाइफ़ाइड ठीक करने के घरेलू उपाय?
यदि आप टाइफ़ाइड जैसे गंभीर समस्या को अंग्रेजी दवाई का सेवन किए बिना ठीक करना चाहते है तो इसके लिए आप हमारे द्वारा बताए जा रहे टाइफ़ाइड ठीक करने के घरेलू उपाय? को अपना सकते है |
घरेलू उपाय को अपना कर आप अपने बीमारी को आसानी से ठीक कर सकते है इसके लिए आपको कुछ नहीं करना है बस निम्न बातों पर ध्यान देना है |
टाइफ़ाइड की ठीक करने के लिए आप 2 से 3 अंजीर के फल, 2 से 3 ग्राम खूबकला तथा 8 से 10 मुनक्का इस सभी को आपस मे उबाल कर इसका सेवन करने से मिनिमम 7 दिनों तक लेना है | जब आप इस नुस्खे को अपनाते है तो टाइफ़ाइड की समस्या मात्र 7 से 8 दिनों मे ही ठीक हो जाता है |
यदि आप टाइफ़ाइड को ठीक करना चाहते है तो आप धनिया के पाउडर के साथ जैतून नमक एक एक चम्मच सूबे तथा शाम को खाना खाने से पहले खाने से टाइफ़ाइड की समस्या दुर हो जाती है | ध्यान रखे की इस नुस्खे को आपको खाली पेट ही खाना है |
तो यह थी दोस्तो टाइफ़ाइड को ठीक करने की कुछ घरेलू उपाय यह उपाय एकदम राम बान है तो इसे आप जरूर से अपनाना |
टाइफ़ाइड होने पर क्या सावधानी बरतें?
जब कभी आपको टाइफ़ाइड जैसी समस्या हो तो आप निम्न प्रकार के सावधानियों का विशेष ध्यान रखे | टाइफ़ाइड होने पर क्या सावधानी बरतें?
- गंदी या दूषित पानी के पीने से बचे |
- बिना हाथ साफ किए खाना खाने से बचे |
- ताजे आहार का सेवन करे ऐसे आहार का सेवन ना करे जिनसे आपको और भी खतरा होने का संभावना बढ़ सके |
- कभी भी ऐसे समय मे बाहर के खाना का सेवन करने से बचे |
- टाइफ़ाइड होने पर आप किसी के संपर्क मे ज्यादा ना रहे अन्यथा यह समस्या उनको भी प्रभावित कर सकती है |
- ज्यादा से ज्यादा ठंडी चीजों का सेवन करे ऐसे खानो से बचे जिनसे गर्मी और अधिक बढ़ती हो |
- अपने आस पास साफ सफाई का विशेष ध्यान रखे गंदगी के कारण भी यह बीमारी होती है |
- संक्रामण होने पर आप अपने चहरे तथा मुह को छूने से बचे ऐसे मे यह और भी पढ़ सकता है |
- पानी को हमेसा उबाल कर पिये जिससे की किसी भी प्रकार के समस्या होने का खतरा ना रहे |
- अपने मन से कभी नहीं हार माने यह सोचे की आप जल्द ही ठीक हो जाएंगे |
तो यह ठीक कुछ ऐसी सावधानीय जिनका आपको विशेष रूप से ध्यान रखना होता है | आसा है की आपको समझ मे आया होगा की टाइफ़ाइड होने पर क्या सावधानी बरतें? तथा typhoid kaise hota hai यह भी |
टाइफ़ाइड के प्रकार क्या है?
टाइफ़ाइड के प्रकार:-
साल्मोनेला मुख्यता दो समूह होते है-
- टाइफ़ाइड साल्मोनेला जो की एक जीवाणु का उपभेद होता है | इसमे टाइफ़ाइड तथा पैरा टाइफ़ाइड बुखार आता है, जिसमे शामिल होते है साल्मोनेला टाइफि तथा पैरा टाइफि A, B, और C |
- गैर टाइफ़ाइड साल्मोनेला इसके अंदर सभी अन्य साल्मोनेला उपभेद आते है | यह थी दोस्तो टाइफ़ाइड के प्रकार आसा हैं आपको typhoid kaise hota hai समझ मे आया होगा |
टाइफ़ाइड में कौन सा फल अच्छा होता है?
दोस्तो क्या आप जानते है की टाइफ़ाइड में कौन सा फल अच्छा होता है? यदि नहीं तो आइये जानते है |
टाइफ़ाइड हो जाने पर आपको केले का फल, पपीता, सेब, आम, अमरूद तथा चीकू जैसे ठंडी देने वाले फल बहुत अच्छे होते है | इन सभी का सेवन आप डेलि कर सकते है | इससे आपका टाइफ़ाइड की समस्या जल्द ही थी खो जाता है | इस प्रकार हमने जाना की typhoid kaise hota hai तथा टाइफ़ाइड कैसे ठीक होता है? इन सभी के बारे मे |
Important FAQ’S
टाइफ़ाइड के बाद शरीर मे क्या होता है?
जब आपके शरीर से टाइफ़ाइड बोमरी ठीक हो जाती है तो इसके बाद पीड़ित का शरीर पूरी तरह से कमजोर पड़ जाता है | ऐसा इसीलिए होता है क्योकि बीमारी के दौरान अच्छे से पोषक तत्वो का अभाव हो जाता है |
टाइफ़ाइड एक दूसरे से फैलता है क्या?
टाइफ़ाइड एक फैलने वाली बिमरी होती है | यदि किसी संक्रमित व्यक्ति के पास आप जाते है तो यह बीमारी आपको भी होने का खतरा रहता है |अतः ऐसे लोगो से बच कर रहना चाहिए जिनको यह समस्या हो जाती है इलाज हो जाने तक |
टाइफ़ाइड मे रोटी क्यो नहीं खाते?
जब आपको टाइफ़ाइड हो जाता है तो रोटी का सेवन करने से बचना चाहिए | यदि आप रोटी का सेवन करते है तो इससे फाइबर का मात्र बढ़ जाता है जिससे आपके आंत के परत को नुकशान होता है और दस्त भी बढ़ जाता है |
टाइफ़ाइड बुखार रात मे क्यो होता है?
जब दिन का समय रहता है तो इस टाइम मे आपके शरीर के प्रतिरक्षी कोशिका काफी ज्यादा सक्रिय होता है और जब रात होता है तो यह कम सक्रिय हो जाता है यही कारण हैं रात के समय मे शरीर का तापमान बहुत हो जाता है |
टाइफ़ाइड का बुखार कितने दिन तक रहता है?
टाइफ़ाइड की बीमारी अधिकतम 1 महीने तक रहता है तथा कम से कम यह बीमारी 1 सप्ताह रहता है |
conclusion
इस प्रकारआज के पोस्ट मे हमने जाना की typhoid kaise hota hai, टाइफ़ाइड कैसे ठीक होता है? या टाइफ़ाइड का पता कैसे चलता है? आदि के बारे मे | दोस्तो टाइफ़ाइड की समस्या बहुत ही गंभीर होता है यदि समय रहते आप इसका इलाज नहीं करते है तो यह आपके लिए बहुत ही खतरा बन सकता है |
दोस्तो हमारा उद्देश्य यही होता है की आपको हमारे website के जरिये ऐसे ही बहुत महत्वपूर्ण विषयों के बारे मे पता चलते रहे | हम यह आसा करते है की आपको हमारा आज का यह लेख typhoid kaise hota hai समझ मे आया होगा |
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